दर्शन कू मेरौ मनुआ भयो राजी

दर्शन कू मेरौ
मनुआ भयो राजी
दर्शन तू देजा
माँ शेरावाली

तुम्हारे दर पर
कोई आया भिखारी
आ जाओ चढ़कर
अम्बे शेर की सवारी
बिगड़ी बनादे
ओ कलकत्ते वाली

कहाँ पर मईया
तूने देर लगाई
आकर के अम्बे
माँ कर दो सहाई
भक्तों की नैया
तू ही रखवाली

मैया को जो कोई
प्रेम से ध्यावै
उसकी भी नैया
माँ पार लगाये
दुखियों के दुःख
को हरने वाली

गोपाल मण्डल
मैया तुमको मनाये
निशिदिन माँ
तेरी ज्योति जलाये
शर्मा की झोली
भरो मैया खाली

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